नभर करता है।) ❖. गभाश य नाल का कसर(अंत गभाश यकला) का. च क सक या
ी रोग वशेष वारा दए गए पैप पर ण के. साथ पता लगाया जा सकता है। ❖.
ड ब ं थ. समान दख सकते ह;. • िजन म हलाओं म कोई ल ण दखाई नह ं देते,
उनक. जांच के लये कोई व वसनीय पर ण नह ं ह। इन सभी कारण के लए, ी
रोग वशेष क उ चत नगरानी. आव यक है।. है, केवल अ त र त पर ण नधा रत कर
सकते ह क यह कसर. है या. कसी भी प रवा रक इ तहास के, बेत रतीब ढंग
से कट होते ह। िजन म हलाओं को तन कसर था उनम ड ब ं थ के कसर के.
वकास क . कोरोनरी ह र्ट. डिज़ीज (पररछद धमऩी हृदय रोग) प्रमुख हृदय रोग है।
स्व स््य ववभ ग के आँकड़ों के अनुस र. 2007 में हृदय रोग सेहुई
कुल. अधधक रहत है;. ➢ स म क्जक क रक: घऩी आब दी व ल पय टवरण, भ गमभ ग
भरी ज़ीवन िैली और. तन व हृदय पर दब व अधधक ि लते हैं;. • इल ज-योग्य
. मं ालय को कयर उ ोग के सवंधन क दखेरखेका भी काम स पा गया है,
िजसने अपने पारपं रक उ पाद का आधार केरल. से आरभंकर तिमलनाड. िदमापर म आयोिजत सभा केप रणाम व प उ र-. ु. ू. ु. ू. पव रा य म स म, लघ
और म यम उ म केिवकास केिलए दो खास योजनाओ ंक घोषणा क गई। वह
चडंीगढ़ म. ू. ू. ु. आयोिजत सभा म. .. स म, लघ और म यम उ म को अ तन
यएमएस और यटीटी अपनाने के ित ो सािहत करने और उ हअपनाने तथा. ू
. ु. ू. ू. पा रवा रक, जासूसी, वै ा नक और हा य धान अनेक कार के धारावा हक
का दशन व भ न चैनल. पर िजस हंद म कया. हंद के इस प व तार के मूल म यह
त य न हत है क ग तशीलता हंद का बु नयाद च र है और. हंद अपनी लचील. घ
)माँका तन बुखार के कोप को य नह ं झेल पाया ? च) 'माँ ' क शार रक . आ री मल ाकात 2004 ई थी, और वो साथ 10 साल यादा व त अत थ योग कर र
। सोलर इ प स की चन. व ा नक और तकनीिशयन मौजद , कन आ महसस कया क
एक इस ान हो ना उ शारी रक,. मनोव ा नक. अखाड़ की परानी परप रा अन
प आ याि मक और शारी रक िश ण योगमािलश की थापना की गई, िजस.
गम कम व ष. हो पाती । इस शि तशाली तरी तन और मन पर तरत भाव होता । शारी रक वा य सेप रपूणनाग रक के िबना एक िवकिसत रा क क पना नह क
जा सकती है| कसी भी रा क व थ. नाग रक म. व थ जीवन-शैली या आदत को
िवकिसत कया जाये इसके बारे मइस पा म के ारा भरपूर कोिशश कया
गया है | इस पा म. .. भाग लेना अथवा कसी रचना मक गितिविधय म भाग
लेना मन को हरा-भरा कर देता है जो दनभर के िलए तन व मन म फू त का. 1.1.10 रचना या. 1.2 िनमल वमा का कृित व. 1.2.1 उप यास. 1.2.2
कहािनयाँ. 1.2.3 िनबंध सं ह. 1.2.4 या ा-सं मरण. 1.2.5 नाटक. 1.2.6
अनुवादन. . सैक डर क पर ा िशमला मउ र देश सरकार के आरकोट बटलर
कूल सेउ ीण क ।. .. ''उनक रचना या मिच तन और संवेदना का अचूक
रसायन है । उनक. कथाकार के लेखन को समझनेके िलयेयह ज र भी है क
उनके लेखन क आ त रक. अब, आयोग के ध्य न में यह ल य गय है दक िैदन क ज गरण सम ि र पत्र ने
अपनी वेबस इट के द्व र उत्तर रिेश में. दन व तिनोां के रथम िरण पर
अांतरर ष्टरीय सांस िन दवक स I र इवेट दलदमटेि कम्पनी द्व र
आयोदजत दकए गए एक्जिट पोल. के पररण म रक दशत दकए हैं। अत अांतरर
ष्टरीय. की ि र. क की उप-ि र के अांतगतत ि र. क के अिीन दकय गय.
अपर ि वषत के क र व स य जुम तन से य िोनोां से िण्िनीय है। ि र. ि
यह उपबांदित . 13 अप्रैल 2017. िजस पर िवयना म 08 नव बर, 1999 को ह ता र कये गये थे और जो 05 िसत बर,. िववरण के कर के संब ंध म घरेलू कानून के शासन अथवा व तन को
याि वत. कराधान व था इस. अिभसमय के ितकूल नह है। सूच ना का
आदान- दान अनु छेद 1 और 2 ारा. ितबंि धत नह है। 2. संिवदाकारी रा
य ारा पैरा ाफ. ऐसी सूचना म उसका कोई आंत रक िहत नह है। आधु नक भारतीय राजनी तक च तन म रा वाद एवं वरा य के. मूल तर. 74—
83. इकाई -7. ी अर व द. 84—97. इकाई -8. महादेव गो व द रानाडे. 98—107. र व नाथ टैगोर. 190—208. ख ड- V महा मा गांधी, कां ेसी तथा
समाजवाद वैचा रक आ ह. इकाई -15. महा मा गांधी का व व ि टकोण. 209
—230. . 3.2. राजनी तक वचार का मूल व प एंव कृ त. 4. राजनी तक वचार
तथा त काल न भारतीय समाज. 5. सारांश. 6. उ रण एवं ट प णयां. 7. अ यास
— न. 1. उ े य.स 0श म मन श मन प त श qÉlrÉÑþM ×üiÉåýprÉ: | प पˆभ : रक;नत म । rÉSìɧrÉÉ mÉÉmÉþqÉMüÉýwÉïqÉç.